दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) ने एक बार फिर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने दोहराया कि पता नहीं क्यों मुझे सिंगापुर नहीं जाने दिया जा रहा है। जबकि सिंगापुर सरकार ने मुझे दिल्ली मॉडल को लेकर स्वास्थ्य-स्कूलों में सेवाओं की वृद्धि के बारे में बताने के लिए बुलाया है। इससे देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा मिलेगा उसके बाद भी मुझे अब तक इजाजत नहीं दी गई है। सिंगापुर में वर्ल्ड सिटीज समिट होने वाली है। इसमें केजरीवाल हिस्सा लेने के लिए जा रहे हैं। ये बातें उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के लिए दिल्ली विधानसभा में वोट डालने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहीं। उनके अलावा उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने भी वोट दिया।
मालूम हो कि इससे एक दिन पहले रविवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी खत लिखा था। उनसे मांग की थी कि उनको सिंगापुर जाने की इजाजत दी जाए। इससे पहले भी उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया था। इसमें बताया था कि किस तरह से हम देश के बच्चों को अच्छी और मुफ्त शिक्षा दे सकते हैं। उन्होंने लिखा था कि यदि भ्रष्टाचार खतम कर दिया जाए तो हमें टैक्स बढ़ाने की नहीं, टैक्स कम करने की ज़रूरत पड़ेगी। यदि भ्रष्टाचार खतम हो जाए तो हम सभी बच्चों को अच्छी और मुफ़्त शिक्षा और सभी देशवासियों को अच्छा और मुफ़्त इलाज भी दे सकेंगे। तभी देश आगे बढ़ेगा।