राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है। केन्द्रीय चुनाव आयोग ने राज्यपाल को हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द करने से संबंधित राय भेजी है। आयोग ने हेमंत सोरेन की ओर से एक खान अपने नाम करवाने के मामले में यह सिफारिश की है। राज्यपाल रमेश बैस दोपहर करीब दो बजे राँची पहुँचेंगे, जिसके बाद सोरेन की सदस्यता पर तीन बजे तक फैसला राजपत्र में प्रकाशित हो सकता है।
बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने इस साल फरवरी में यह दावा किया था कि हेमंत सोरेन ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। उन्होंने कहा कि सोरेन ने सीएम रहते हुए खुद को खनन पट्टा आवंटित किया, यह एक ऐसा मुद्दा है, जिसमें भ्रष्टाचार शामिल हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधित्व कानून के प्रावधानों के उल्लंघन का भी आरोप लगाया है, जिसके बाद बीजेपी ने ऑफिस ऑफ प्रॉफिट और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 9A का हवाला देते हुए हेमंत सोरेन की सदस्यता समाप्त करने की मांग की थी। आपको बता दें कि खनन-वन मंत्री का पदभार भी हेमंत के पास ही है।
ऐसे में अब सबकी नजर राज्यपाल रमेश बैस पर ही टिकी हुई है। उनके आने पर ही यह तय हो पाएगा की हेमंत सोरेन अपने पद पर बने रह पाएंगे या नहीं। फिलहाल झारखंड में सरकार चला रही झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सोरेन के विकल्प पर भी चर्चा कर रही है। ऐसा माना जा रहा है कि सीएम पद सोरेन परिवार में ही रहेगा।