Ganesh Chaturthi 2022 : हमारे देश में भगवन भगवान गणेश जी का बहुत महत्व है। उनकी बहुत मान्यता है। इसी लिए हर सुबह काम से पहले गणेश जी कि पूजा कि जाती है। भारत में भगवान गणेश जी के कई मंदिर हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में गणेश जी को अलग-अलग रूप में पूजा जाता है। ऐसे में अगर आप सोचते है कि गणेश जी को केवल भारत में ही पूजा जाता है तो आप गलत है। गणेश जी कि विदेशो में भी बहुत मान्यता है। तो ऐसे में क्या आप जानते हैं कि गणेश जी की सबसे ऊंची मूर्ति भारत में नहीं बल्कि विदेश में है। जी हां, भगवान गणेश की सबसे ऊंची प्रतिमा थाईलैंड में है। (Tallest Ganesh Ji Idol in Asia) तो आज हम आपको बताएंगे दुनिया में गणेश जी की सबसे ऊंची मूर्ति के बारे में-
Tallest Ganesh Ji Idol in Asia :
आपको बता दे कि गणेश जी की सबसे ऊंची मूर्ति थाईलैंड के ख्लॉंग ख्वेन शहर के एक इंटरनेशनल पार्क में स्थित है। इस शहर को चचोएंगसाओ और ‘सिटी ऑफ गणेश’ के नाम से भी जाना जाता है। गणेश जी की प्रतिमा 39 मीटर ऊंची है और इसे कांस्य धातु से बनाया गया है। गणेश जी की यह मूर्ति बहुत ज्यादा पुरानी नहीं है, बल्कि यह साल 2012 में बनकर तैयार हुई थी। इस मूर्ति को कांसे के 854 अलग-अलग हिस्सों से मिला कर बनाया गया है। इस मूर्ति को थाईलैंड की राजकुमारी द्वारा स्थापित करवाया गया था। वो भगवन गणेश जी में बहुत आस्था रखती थी।
आपको बता दे कि इस मूर्ति में गणेश जी के सिर पर कमल का फूल और उसके बीच में ओम बनाया गया है। मूर्ति में गणेश जी के हाथों में चार पवित्र फलो को दिखाया गया है जिसमें कटहल, आम, गन्ना और केला शामिल हैं। इन सभी फलों को थाईलैंड में पवित्र कार्य में इस्तेमाल किया जाता है। गणेश जी के पेट पर एक सांप लपेटा हुआ है और सूंड में एक लड्डू है। जैसा कि आप वीडियो में देख रहे है। मूर्ति में गणेश जी के पैरों में चूहा बैठा हुआ देखा जा सकता है। उनके हाथों में ब्रेसलेट और पैरों में आभूषण है। थाईलैंड में गणेश जी की पूजा भाग्य और सफलता के देवता के रूप में की जाती है। थाईलैंड में गणेश जी को बहुत माना जाता है। इसलिए वहां गणेश जी के कई मंदिर है।
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आपको बता दे कि इसके अलावा थाईलैंड के फ्रांग अकात मंदिर में गणेश जी की 49 मीटर ऊंची प्रतिमा है। इस मूर्ति में गणेश जी को बैठा हुआ दिखाया गया है। वहीं थाईलैंड के समन वत्ता नरम मंदिर में गणेश जी की 16 मीटर ऊंची प्रतिमा है। देश-विदेश से पर्यटक यहां गणेश जी की मूर्ति को देखने के लिए पहुंचते हैं।