बारिश का कहर: आने जाने में हो रही बहुत मुश्किलें, घर छोड़ने को मजबूर हुए लोग
उत्तराखंड में आज सुबह से कुछ जिलों में बादल छाए हुए हैं तो कहीं हल्की बारिश का सिलसिला जारी है। अगले दो दिन भारी बारिश के आसार को देखते हुए उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और बागेश्वर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, अगले दो दिन ज्यादातर क्षेत्रों में बादल छाए रह सकते हैं।
वहीं भारी बारिश के कारण चमोली के देवाल चोटिंग गांव के सात आपदा प्रभावित परिवारों को जिला प्रशासन ने टेंट में शिफ्ट किया। टिहरी में रात भर रुक-रुक कर होती रही बारिश शनिवार सुबह सात बजे थमी। जिले में कोहरा छाया हुआ है। टिहरी जिले की सीमा में ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे पर यातायात सामान्य रूप से चल रहा है।
उधर, बड़कोट उत्तरकाशी में यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में रातभर भारी बारिश से यमुना नदी के साथ ही नदी नाले उफान पर आ गए है। चमोली जनपद में सुबह मौसम सामान्य होने से बदरीनाथ हाईवे पर यातायात भी सुचारु है। बदरीनाथ धाम में इन दिनों कांवड़ियों की आवाजाही से चहल-पहल बनी हुई है। बारिश और भूस्खलन से पिथौरागढ़ जनपद में कुल 21 मार्ग बंद है। इनमें 19 ग्रामीण मार्ग और दो बॉर्डर मार्ग शामिल हैं। कोटद्वार-पौड़ी नेशनल हाईवे पर दुगड्डा और कोटद्वार के मध्य आमसौड़ के समीप जमरगड्डी गदेरा में बने पुल की एप्रोच रोड क्षतिग्रस्त होने से हाईवे कभी भी बंद हो सकता है। इस मार्ग पर प्रतिदिन हजारों वाहन खतरे के बीच आवाजाही कर रहे हैं। एनएच प्रशासन हाईवे की सुध नहीं ले रहा है, जिससे लोगों में संबंधित विभाग के खिलाफ रोष है।