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मारुति ने आखिरकार खोज ही निकाली अपनी पहली कार, दिल्ली के थे खरीदार और इस हाल में रखी है कार 

मारुति-800 कार भले ही अब सड़कों पर कम ही दिखाई देती हो, मगर एक समय था जब भारत मे इस कार ने बाजारों में धूम मचाई हुई थी। ये छोटी हैचबैक उस समय सबसे सफल कारों में से एक थी, जब कई लोगों के लिए एक दूर का सपना था। इसे ठीक 39 साल पहले 1983 में लॉन्च किया गया था। यह कार अब फिर से सुर्खियों में है, दरअसल, इसकी पहली इकाई को रिस्टोर करके मारुति मुख्यालय में प्रदर्शन के लिए रखा गया है।

लोकप्रिय हैचबैक मारुति-800 की पहली इकाई को उसके मूल रूप में बहाल किया गया है और हरियाणा में मारुति सुजुकी के मुख्यालय में प्रदर्शित किया गया था। मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक, बिक्री और विपणन, शशांक श्रीवास्तव ने इस कार के बारे में बात करते हुए कहा कि जिस तरह 75 साल पहले भारत ने एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपना पहला कदम उठाया था, उसी तरह मारुति सुजुकी ने पहली मारुति-800 कार 39 साल पहले लॉन्च की थी।

मारुति-800 को 47,500 रुपये कीमत में लॉन्च किया गया था। इसकी पहली यूनिट हरियाणा में मारुति उद्योग लिमिटेड में बनाई गई थी। इसे अब मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के नाम से भी जाना जाता है। मारुति की ये कार साल 2004 तक भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार थी। हालांकि, 2010 में कंपनी ने इसका उत्पादन बंद करने का फैसला किया था, क्योंकि कंपनी इसकी जगह ऑल्टो को लोकप्रिय बनाना चाहती थी। इसके बाद अंततः 18 जनवरी 2014 को इसे पूरी तरह से बंद कर दिया था।

मारुति सुजुकी के हरियाणा प्लांट से निकली पहली 800 कार के मालिक नई दिल्ली के रहने वाले हरपाल सिंह थे।हरियाणा में उत्पादन शुरू होने के औपचारिक उद्घाटन पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें अपने हाथों से कार की चाबियां सौंपी थीं। हरपाल सिंह के पास साल 2010 में उनके निधन तक साथ रही थी। इस कार का रजिस्ट्रेशन नंबर DIA 6479 था। कंपनी ने कथित तौर पर भारत में इस कार की 27 लाख से ज्यादा इकाइयां बेची थीं।

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