महाराष्ट्र का ‘सियासी संग्राम’ अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. शिवसेना – एनसीपी – कांग्रेस ने दावा किया है कि उनके पास वो जादुई आंकड़ा मौजूद है तो महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जरूरी है. रविवार को इस मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सभी दलों को नोटिस जारी किया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि विधायकों और राज्यपाल की चिट्ठी देखने के बाद ही वह मामले की सुनवाई करेंगे.
महाराष्ट्र के सियासी संकट पर कुछ देर में सुनवाई शुरू होने वाली है. एनसीपी और शिवसेना नेता सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं.
NCP के बड़े नेता Chhagan Bhujbal मुंबई में अजित पवार के घर पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि एनसीपी की तरफ से अजीत को मनाने की लगातार कोशिशें जारी हैं. अजीत पवार बीजेपी को समर्थन करके महाराष्ट्र उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं.
वही NCP नेता Nawab Malik ने कहा है कि हमारे पास 165 विधायकों का समर्थन है. एनसीपी के 53 विधायक अब भी हमारे साथ है.
शरद पवार ने दिखाया पावर :
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपनी पावर का प्रदर्शन किया है. शिवसेना के साथ सरकार गठन में लगी एनसीपी और कांग्रेस को उस वक्त झटका लगा जब पवार के भतीजे अजित पवार ने रातोरात पासा पलट दिया और शनिवार सुबह बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली.
अजित पवार के फैसले से पवार अचंभित थे क्योंकि उन्होंने खुद कहा कि इस फैसले की उन्हें कोई भी जानकारी नहीं थी. सुबह अपनी प्रेस वार्ता में शरद पवार ने अपनी सहयोगी शिवसेना को बताया कि अब भी एनसीपी उद्धव ठाकरे के साथ है और बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाएगी. शरद पवार ने अजित पर पार्टी को धोखा देने का आरोप भी लगाया.
शरद पवार के साथ आये 40 से ज्यादा विधायक :
एनसीपी विधायकों की बैठक में शरद पवार उत्साहित दिखे क्योंकि उनके साथ 40 से ज्यादा विधायक नजर आए. उधर, अजित पवार जिस वक्त बैठक चल रही थी तब वो अपने घर फोन पर व्यस्त दिखे. एनसीपी ने दावा किया है कि उसके पास 49 विधायकों का समर्थन है और इनमें कुछ वह विधायक भी शामिल हैं जो अजित पवार के साथ चले गए थे. इस बैठक के दौरान ही शरद पवार ने अपनी सहयोगी दलों के नेताओं के फोन कर सब कुछ नियंत्रण में होने की बात कही.
बीजेपी और अजित पवार ने रातोरात गणित लगाकर सरकार जरूर बना ली हो लेकिन एक बार फिर बाजी शरद पवार के हाथ में जाती दिख रही है. शरद पवार के पास फिलहाल पार्टी के 49 विधायकों का समर्थन है. साथ ही अजित के भरोसेमंद कहे जा रहे धनंजय मुंडे भी शरद पवार के साथ बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे जो सुबह अजित पवार के साथ नजर आ रहे थे. इस बीच अजित पवार घर में बंद रहे और उनके चेहरे पर चिंता के भाव साफ नजर आ रहे थे.