10 करोड़ तक की सब्सिडी देगी राज्य सरकार, सीएम हेमंत सोरेन ने लॉन्च की एक नई टूरिज्म पॉलिसी
दिल्ली के फिक्की ऑडिटोरियम में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को राज्य की नई पर्यटन नीति को लॉन्च किया। एक खास आयोजन में सीएम हेमंत ने बाहरी निवेशकों को प्रदेश के पर्यटन स्थलों के विकास के लिए आमंत्रित किया है। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘झारखंड के जल, जंगल, पहाड़, झरने, नदियों में पर्यटन के दृष्टिकोण से असीम संभावनाएं हैं। ऐसे में प्रदेश में निवेश के लिए जितने भी प्लेयर्स आएंगे उन्हें ‘पहले आओ-पहले पाओ’ की नीति के तहत खास/स्पेशल पैकेज दिया जाएगा।’
युवाओं को मिलेगा पर्यटन से रोजगार
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारा राज्य जितना जमीन के भीतर संपन्न है, उतना ही उसके ऊपर भी है। झारखंड में कई ऐसी जगह हैं, जो शिमला, कुल्लू और मनाली की तरह हैं व इन क्षेत्रों को संरक्षित किया जा रहा है। सरकार इन्हें पर्यटन हब के रूप में विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इससे राज्य में युवाओं को रोजगार मिलेगा। इससे ग्रामीण इलाकों में पलायन रुकेगा और स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी।
खनन पर्यटन में भी हैं संभावना
खनन पर्यटन को लेकर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि इस क्षेत्र को लेकर भी संभावनाएं तलाश की जा रही हैं। राज्य में वाटर स्पोर्ट्स के लिए तिलैया, मसनजोर, चांडिल, पतरातू, गेतालसूद, कांके व हटिया डैम विकसित किये जाएंगे। वीकेंड गेटअवे टूरिज्म के लिए भी राज्य में काम चल रहा है।