महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन होने के बाद से ही एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे के शिव सैनिको में खिंचातनी चल रही है। इस समय महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। इस बीच आज बुधवार को राज्य विधानसभा के बाहर भाजपा और महाविकास अघाड़ी के विधायक आपस में उलझ पड़े। इस दौरान कुछ देर के लिए विधानसभा के बाहर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। दोनों दलों के विधायकों के बीच जमकर नारेबाजी देखने को मिली।
महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान महाविकास अघाड़ी के विधायक विधानसभा के बाहर एकनाथ शिंदे की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान महाविकास अघाड़ी के विधायकों ने ’50 खोखे एक दम ओके’ का नारा लगाना शुरू कर दिया। इस बीच भाजपा विधायकों के वहां पहुंचते ही उनकी नारेबाजी तेज हो गई और बाद मे दोनों दलों के विधायक आपस में तू-तू मैं-मैं करते हुए नजर आए।
इन नारों के बाद सीएम एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों ने भी नारे लगाए। वहीं, विधानसभा भवन की सीढ़ियों पर ही दोनों गुट आपस में भिड़ गए थे। इस दौरान विपक्ष यानी महाविकास अघाड़ी के विधायकों के हाथों में गाजर, मूली भी देखने को मिला। हालांकि दोनों गुटों के बीच यह कोई पहला मौका नहीं है जब इस तरह की नोकझोंक हुई हो, जिसको लेकर एकनाथ शिंदे ने सदन में विपक्ष को मर्यादा ना लांघने को कहा था।
कुछ माह पहले एकनाथ शिंदे गुट की बगावत के बाद महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आ गया था। उद्धव ठाकरे द्वारा बार-बार मनाने पर भी शिंदे कुछ भी सुनने को तैयार नही थे। वहीं, बागी विधायकों की संख्या 50 के पार पहुंच गई थी।, जिसके बाद महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन हुआ था और सीएम उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देना पड़ा था। वहीं शिंदे, बीजेपी के सर्मथन पर सरकार बनाने में कामयाब रहे। शिंदे जहां सीएम की कुर्सी पर बैठे तो वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने।