फिल्म अभिनेता सलमान खान (Salman Khan) की हत्या की साजिश का भंडाफोड़ होने के बाद से पंजाब-हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर लारेंस विश्नोई (Lawrence Bishnoi) एक बार फिर सुर्खियों में है। जेल से ही अपने गैंग को ऑपरेट करने वाला यह गैंगस्टर सलमान की हत्या कर एक तीर से दो निशाने साधने की फिराक में है। पहला तो यह कि सलमान की हत्या की साजिश में उसका नाम आते ही वह सुर्खियों में आ जाता है। दूसरा जोधपुर में 22 साल पहले हिरण शिकार प्रकरण में फंसे सलमान को मारकर लॉरेंस वन्य जीवों की रक्षा के लिए अपनी जान पर खेलने वाले विश्नोई समुदाय में हीरो बनने की ख्वाहिश है। यहीं कारण है कि लॉरेंस बार-बार सलमान को मारने की साजिश रच रहा है। इसके अलावा उसका सलमान से न तो कोई व्यक्तिगत दुश्मनी है और न ही वह कभी सलमान से मिला है।
लॉरेंस (Lawrence Bishnoi) का जोधपुर से कनेक्शन
ढाई साल पहले जोधपुर को अपना नया ठिकाना बनाने के लिए लॉरेंस ने कुछ व्यापारियों से वसूली का प्रयास किया और उनके घर के बाहर फायरिंग करवाई। एक व्यापारी की गोली मार कर हत्या भी की गई। इन मामलों में जोधपुर पुलिस उसे पंजाब से गिरफ्तार कर जोधपुर लाई थी। जेल में कुछ दिन के भीतर ही उसने कई स्थानीय बदमाशों को अपने साथ जोड़ लिया। जेल से ही लॉरेंस की गैंग का विस्तार होते देख उसे हाई सिक्योरिटी वाली अजमेर जेल भेज दिया गया। लेकिन वहां भी उसकी संदिग्ध गतिविधियां जारी रही। ऐसे में काफी समय से वह भरतपुर जेल में बंद है। राजस्थान में उसके गैंग की ताकत और दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कोई भी जेलर उसे अपनी जेल में रखने को आसानी से तैयार नहीं होता है।
हीरो बनने की चाहत में लॉरेंस के निशाने पर सलमान (Salman Khan)
सामान्य कद-काठी वाले इस बेहद शातिर गैंगस्टर ने सिर्फ सुर्खियों में रहने के लिए सलमान को अपने निशाने पर ले लिया। जोधपुर जेल में बंद रहने के दौरान उसे सलमान खान के हिरण शिकार प्रकरण और इसी जेल में रहने के किस्से सुनने को मिले। इसके बाद से उसने अपने समुदाय यानी विश्नोई समुदाय का नेता बनने के लिए सलमान को अपने निशाने पर ले लिया। इसकी सार्वजनिक घोषणा उसने पुलिस वाहन के भीतर बैठ जोधपुर कोर्ट में की। जनवरी 2018 में उसने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि सलमान खान को वह जोधपुर में ही मारेगा। सलमान को मारने के लिए कल उसका एक शॉर्प शूटर गुर्गा पकड़ा गया। लेकिन यह पहला अवसर नहीं है। इससे पहले भी मुंबई में सलमान की रेकी कर चुका उसका एक शॉर्प शूटर पकड़ में आ चुका है। इसके अलावा जोधपुर में पेशी पर कोर्ट आने के दौरान भी लॉरेंस ने सलमान की हत्या की साजिश रची, लेकिन जोधपुर पुलिस अब सलमान को पहले की अपेक्षा कहीं अधिक सुरक्षा प्रदान करने लगी है।
जान पर खेल वन्यजीवों की रक्षा करने के लिए प्रसिद्ध है विश्नोई समुदाय (Salman Khan)
राजस्थान का विश्नोई समुदाय अपनी जान पर खेल पर्यावरण व वन्यजीवों की रक्षा करने के लिए प्रसिद्ध है। लॉरेंस स्वयं इसी समुदाय से ताल्लुक रखता है। जोधपुर क्षेत्र में विश्नोई बड़ी संख्या में रहते हैं। ऐसे में इन लोगों को अपने साथ जोड़ने व समाज का हीरो बनने के लिए लॉरेंस ने सलमान को अपने निशाने पर लिया है। सलमान खान साल 1998 में जोधपुर के आसपास के गांवों में तीन अलग-अलग स्थान पर हिरणों के शिकार करने के मामले में फंसे हुए हैं। दो मामलों में उन्हें ट्रायल कोर्ट से सजा भी हो चुकी है। इस कारण विश्नोई समुदाय में सलमान खान को लेकर गहरी नाराजगी है। इस कारण सलमान को मार लॉरेंस अपने समुदाय में हीरो बनना चाह रहा है।
शहीद भगतसिंह है इस गैंगस्टर के आदर्श (Lawrence Bishnoi)
लॉरेंस स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (सोपू) नामक संगठन का कर्ताधर्ता है। लॉरेंस डिफरेंट स्टाइल में समाजसेवा करने का दावा करता है। पंजाब और हरियाणा की सबसे खतरनाक गैंगों में से एक का लीडर लॉरेंस है और अपनी गैंग का संचालन अमूमन जेल से ही करता है। बताया जाता है कि लॉरेंस गैंग के पास महंगी पिस्तौल और बंदूकों का जखीरा भी है। फेसबुक प्रोफाइल की तस्वीरों से मालूम पड़ता है कि लॉरेंस विश्नोई भगत सिंह समेत कई महान क्रांतिकारियों को अपना आदर्श मानता है। लॉरेंस जेल में अमूमन विदेशी सिम कार्ड में लेकर सारे संदेश वॉट्सऐप के जरिये भेजता है। गैंगस्टर के पिता लविंद्र कुमार पंजाब पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर रह चुके हैं।