Operation Sindoor को लेकर दिल्ली में होगा संतों महात्माओं का विराट कार्यक्रम, भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाने जाएंगे कश्मीर
ऑपरेशन सिंदूर पर संत समाज का सम्मान समारोह, भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाने जाएंगे कश्मीर

Operation Sindoor के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सेना के शौर्य और पराक्रम के सहारे भारत ने पाकिस्तान को जिस अंदाज में करारा जवाब दिया और उससे देश के आम नागरिकों के साथ ही संत महात्मा भी गौरवान्वित हैं. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए समूची दुनिया में भारत और उसकी सेना का मान बढ़ने से खुश संत महात्मा जून के पहले हफ्ते में नई दिल्ली में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने जा रहे हैं. यह कार्यक्रम साधु-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से आयोजित किया जाएगा.
आपको बता दे कि इसमें अलग-अलग अखाड़ों और संप्रदायों से जुड़े हुए देश भर के प्रमुख संत महात्मा शामिल होंगे. इस कार्यक्रम के जरिए न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ ही भारतीय सेनाओं का आभार जताया जाएगा, बल्कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अहम भूमिका अदा करने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को आशीर्वाद देते हुए उनके लिए विशेष प्रार्थना भी की जाएगी.
जून महीने के पहले हफ्ते में कार्यक्रम
इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए सन्यासियों के निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने बताया कि PM मोदी और सेना का आभार जताने का यह कार्यक्रम जून महीने के पहले हफ्ते में राजधानी दिल्ली में होगा. कार्यक्रम के दौरान संतों का एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उनका आभार जताएगा और उन्हीं के जरिए तीनों सेनाओं के प्रमुखों को भी यह संदेश भेजेगा कि समूचा देश उनके शौर्य और पराक्रम से गौरवान्वित व आभारी है.
बता दे कि स्वामी कैलाशानंद गिरि ने एक अहम जानकारी देते हुए बताया कि नई दिल्ली में कार्यक्रम करने के बाद सभी संत महात्मा कश्मीर के लिए कूच करेंगे. संत महात्मा कश्मीर की धरती पर पहुंचकर यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि आतंकवाद के जरिए देश के खिलाफ किसी भी तरह की साजिश होने पर सुरक्षा बलों के साथ ही संत महात्मा और समूचे भारतवासी भी एक साथ खड़े नजर आएंगे और अपनी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए दुश्मनों को मुंह तोड़ जवाब देंगे.
कश्मीर में मंदिरों और आश्रमों को फिर से खोलने की मांग
स्वामी कैलाशानंद गिरि के मुताबिक संत महात्मा कश्मीर पहुंचकर सेना का मनोबल बढ़ाने का काम करेंगे और उन्हें आशीर्वाद भी देंगे. इसके साथ ही कश्मीर में खराब माहौल के चलते बंद पड़े या प्रभावित मठ मंदिरों और आश्रमों को फिर से पहले की तरह खोलने की मांग वहां के लेफ्टिनेंट गवर्नर और सरकार के जरिए की जाएगी. कहा जाएगा कि मठ मंदिरों और आश्रमों के संचालन की पूरी जिम्मेदारी संत महात्माओ और अखाड़ों को ही मिलनी चाहिए. ऐसा होने से वह न सिर्फ बेहतर तरीके से संचालित होंगे।
कश्मीर घाटी के कई हिस्सों में खुद को असुरक्षित महसूस करने वाले अल्पसंख्यक हिंदुओं का विश्वास भी बढ़ेगा. उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा की छड़ी सौंपने का जिम्मा फिर से परंपरागत तौर पर निरंजनी अखाड़े को ही दिए जाने की भी मांग की.