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Corona-JN.1 variants: भारत में फिर से पैर पसार रहा नये वैरिएंट कोरोना, कितना खतरनाक है ये रूप ..

कोरोना के इस वैरिएंट से एशिया में मची हलचल! भारत भी अलर्ट..

Corona-JN.1 variants: कोरोना एक बार फिर से पैर पसारता दिख रहा है. इस साल अब तक भारत में कोरोना के 257 मामले सामने आ चुके हैं. महाराष्ट्र, कर्नाटक, उड़ीसा, तमिलनाडु, गुजरात और केरल में सामने आए हैं. राहत की बात ये है कि मरीजों में ज्यादा लक्षण नहीं देखे जा रहे हैं. हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद में तीन नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि गुजरात में 15 और महाराष्ट्र में 26 नए मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, लेकिन साथ ही कहा है कि वर्तमान जेएन.1 वेरिएंट कम गंभीर है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.

एशियाई देशों में बढ़ रहे मामले
आपको बता दे कि सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग, चीन और थाईलैंड जैसे एशियाई देशों में कोविड मामलों में तेजी देखी जा रही है, जहां हाल ही में हॉन्गकॉन्ग में 30 से अधिक मौतें दर्ज की गईं. भारत में भी केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में सक्रिय मामलों में वृद्धि देखी गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में वर्तमान में 257 सक्रिय कोविड मामले हैं, जिनमें 164 नए मामले शामिल हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. खांसी, जुकाम या बुखार जैसे लक्षणों वाले लोगों को बाहर जाने से बचने और टेस्ट कराने की सलाह दी गई है. साथ ही, मास्क पहनने और सामाजिक दूरी का पालन करने की सिफारिश की गई है.

JN.1 वैरिएंट क्या है?

JN.1 कोरोना वायरस का एक नया रूप है, जो ओमिक्रॉन से जुड़ा है. यह BA.2.86 नाम के पुराने वेरिएंट से निकला है, जिसे पिरोला भी कहा जाता है. इस वेरिएंट की पहचान सबसे पहले 2023 के आखिरी में हुई थी. इसके बाद यह अमेरिका, यूके, भारत, सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में तेजी से फैल से फैल गया.

बता दे कि इस वेरिएंट में स्पाइक प्रोटीन (वायरस का वो हिस्सा जिससे वह शरीर की सेल्स से चिपकता है) में एक खास बदलाव (म्यूटेशन) हुआ है. इस बदलाव की वजह से यह वायरस ज्यादा तेजी से फैल सकता है. यह शरीर की उस इम्युनिटी को भी बेद सकता है, जो वैक्सीन लगवाने या पहले कोविड होने के बाद बनी थी.

कितना खतरनाक है JN.1?
आंकड़ों के मुताबिक, JN.1 वेरिएंट ओमिक्रॉन के पुराने वेरिएंट्स की तरह ही है और इससे गंभीर बीमारी होने का खतरा बहुत कम है. अधिकतर लोगों में इसके लक्षण हल्के से मध्यम लेवल के ही देखे गए हैं. इनमें गले में खराश, बहती नाक, हल्का बुखार, थकान और खांसी जैसे लक्षण शामिल हैं. ये लक्षण पहले वाले ओमिक्रॉन वायरस से बहुत मिलते-जुलते हैं.

JN.1 की सबसे बड़ी चिंता इसकी तेजी से फैलने की क्षमता है. यह वेरिएंट बहुत आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है, इसलिए इसके केस तेजी से बढ़ सकते हैं.

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