E-Commerce Companies: सरकार का बड़ा एक्शन – Amazon-Flipkart को पाक झंडे वाले प्रोडक्ट्स तुरंत हटाने का आदेश
IND-PAK तनाव के बीच सरकार का बड़ा एक्शन – Amazon-Flipkart को जारी किया कड़ा आदेश..

E-Commerce Companies: सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (सीसीपीए) ने अमेजन इंडिया और वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट सहित विभिन्न ई-कॉमर्स कंपनियों को नोटिस जारी कर उन्हें अपने मंच से पाकिस्तानी झंडे वाले उत्पाद हटाने का निर्देश दिया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रलहाद जोशी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
आपको बता दे कि CCPA ने यूबाय इंडिया, एट्सी, द फ्लैग कंपनी और द फ्लैग कॉरपोरेशन को भी नोटिस भेजकर कहा कि पाकिस्तानी झंडों और संबंधित सामान की बिक्री बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रलहाद जोशी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “ऐसी असंवेदनशीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ई-कॉमर्स मंचों को निर्देश दिया जाता है कि वे ऐसी सभी सामग्री को तुरंत हटा दें और राष्ट्रीय कानूनों का पालन करें।” हालांकि, मंत्री के पोस्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि इस सामान को बेचकर कौन से कानून का उल्लंघन किया जा रहा है।
The CCPA has issued notices to @amazonIN, @Flipkart, @UbuyIndia, @Etsy, The Flag Company and The Flag Corporation over the sale of Pakistani flags and related merchandise. Such insensitivity will not be tolerated.
E-commerce platforms are hereby directed to immediately remove all… pic.twitter.com/03Q4FOxwCX— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) May 14, 2025
बता दे कि इन वेबसाइट्स पर पाकिस्तान के झंडे और उससे जुड़े सामान बिक रहे थे, जिन पर पाकिस्तान के राष्ट्रीय चिह्न बने हुए थे। यह कार्रवाई ऐसे समय हुई जब कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष हुआ। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया तथा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। 10 मई को दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी। भारत सरकार का कहना है कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) के संपर्क किए जाने के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी।
CAIT ने की थी मांग
इससे पहले मंगलवार को व्यापारियों के एक बड़े संगठन CAIT ने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी को पत्र लिखकर मांग की थी कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय प्रतीकों वाली चीजों की ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगाई जाए.