दलित टीचर को जिंदा जलाने के मामले में NCSC ने राजस्थान सरकार से मांगी रिपोर्ट
राजस्थान में दिए गए कर्ज को वापस मांगने वाली एक दलित महिला टीचर को जिंदा जला दिया गया है, जिसके बाद बुधवार को उसकी मौत हो गई। इस क्रम में गुरुवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने एक्शन लिया है। आयोग ने इस मामलेे में राजस्थान सरकार से रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट को जमा कराने के लिए सात दिनों की समय सीमा भी निर्धारित की गई है और चेतावनी दी गई है कि यदि इतने दिनों में रिपोर्ट नहीं मिली तो आयोग के समक्ष पेश होने का समन भेजा जाएगा।
NCSC ने राजस्थान के चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा और मामले के बारे में डिटेल देने को कहा है। इस कॉपी को FIR की तरह देने को कहा गया है जिसमें मुआवजे की रकम और मामले की जांच का स्टेटस भी सात दिन के भीतर देने को कहा गया है। साथ ही इसमें यह भी लिखा है की, निर्धारित समय के भीतर यदि आयोग को जवाब नहीं मिलता है तो यह सिविल कोर्ट के पावर का इस्तेमाल करेगी। साथ ही आयोग के समक्ष पेश होने का समन भी भेजा जाएगा।
मिली जानकारी के मुताबिक जिन लोगों से टीचर अपने पैसे लौटाने को कह रही थी उन्होंने स्कूल जाते समय पेट्रोल डालकर महिला को आग लगा दी। इस आग के कारण टीचर बुरी तरह झुलस गई और गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उसने बुधवार को दम तोड़ दिया। यह घटना जयपुर के रायसर गांव की है। 10 अगस्त सुबह आठ बजे टीचर अनीता रेगर स्कूल के लिए निकली थी और तभी उस पर हमला हुआ टीचर ने अपने बचाव का बहुत प्रयास किया लेकिन बच न सकी। बता दें कि टीचर ने कई बार उधार दी गई अपनी रकम वापस मांगी थी। लेकिन उसकी रकम वापस लौटाने की जगह आरोपी मारपीट व अभद्रता कर रहे थे। इसे लेकर टीचर ने पुलिस के पास मामला भी दर्ज कराया था ।