Rajasthan में एक युवक ने दो सगी बहनों से रचाई शादी, बड़ी बहन ने रखी थी शर्त, वजह चौंकाने वाली है
2 बहनों की प्यार की कहानियां तो आपने बहुत सुनी होंगी। इस पर बने कई टी वी, सीरियल और कई फिल्म्स भी देखी होंगी। लेकिन आज हम आपको 1 ऐसी घटना के बारे में बताएंगे? जिसके बाद बाकी सारी कहानियाँ आपको फीकी लगने लगेगी।
टोंक जिले में 1 युवक की 2 लड़कियों से शादी का अनोखा मामला सामने आया है। हरिओम मीणा नाम के पढ़े लिखे युवक का विवाह 2 के साथ कुछ इस तरह हुआ की वो सब जगह चर्चा का विषय बन गया। खास बात यह है की इस विवाह के बाकायदा निमंत्रण पत्र भी छपे और बांटे भी गए। साथ ही हरिओम का पूरा परिवार, दोस्त और समाज के लोग इस अनूठे विवाह में शामिल भी हुए।
दरअसल, उनियार उपखंड के मुरझाल की झोपरिया का यह मामला है। यहाँ रहने वाले हरिओम ने बताया कि परिवार के लोग उसके विवाह के लिए 1 लड़की खोज रहे थे। इसी दौरान निवाई उपखंड के सीधा गाँव निवासी बाबुलाल मीणा की बड़ी बेटी कांता से रिश्ते की बात चल पड़ी। इसके बाद युवक का परिवार जब सीधा गया तो कांता ने अपने दिल की बात रखते हुए कहा। वो अपनी छोटी और मानसिक रूप से कमजोर बहन सुमन से बेहद प्यार करती है। वो उसी युवक से शादी करेगी। जो उन दोनों बहनों से 1 साथ विवाह रचायेगा। 1 बार को तो वो और उसके परिवार वाले की शर्त सुनकर हैरान रह गए थे। लेकिन जब कांता ने कहा की वो अपनी छोटी बहन सुमन की देखभाल करना चाहते हैं। तो उन्हें दोनों बहनों के टूट प्यार का अहसास हो गया। फिर लड़के के परिवार ने इस विवाह के लिए हाँ कर दी, बकायदा कार्ड छपा कर बांटे गए।
वधु के रूप में दोनों बहनों ने विवाह मंडप में हरिओम के साथ अग्नि को साक्षी मान कर 1 साथ शादी की रस्म पूरी की। हरियोग की पत्नी बनी दोनों नवविवाहतों का ससुराल आने पर पूरी परंपराओं के साथ गृह प्रवेश करवाया। और अन्य रस्में भी पूरी की गयी। दोलन कांता ने बताया की वो अपनी छोटी बहन सुमन को अपने साथ साये की तरह रखती आई है। ऐसे में वो नहीं चाहती थी की उसका विवाह कहीं और हो जाए। और उसे उपहास का शिकार बनना पड़े। लिहाजा उसने यही सोच रखा था की वो उसी युवक से शादी करेगी। जो उन दोनों बहनों के साथ 1 साथ विवाह करेगा। और हरिओम ऐसा करने के लिए राजी हो गए।
हरिओम ने बताया कि जब दोस्तों को इस बारे में पता चला तो कइयों ने उसे सोच समझ कर फैसला लेने को कहा। वही कईयों ने उसका मजाक भी उड़ाया। लेकिन अब सभी हरिओम और उसके परिवार के कदम की तारीफ कर रहे हैं। नव विवाहित दुल्हे का कहना है की वो भी पत्नियों को इस तरह रखेगा की उन्हें कभी किसी तरह का दुःख न पहुँचे। और दोनों का आपसी स्नेह यूँ ही बना रहे।