Himachal Cloudburst: हिमाचल में बादल फटने का कहर, 3 की मौत, 21 लापता, 7 जिलों में आज अलर्ट..
हिमाचल में बादल फटने से तबाही, तीन की मौत और 21 लोग लापता, आज इन 7 जिलों के लोग रहे सावधान....

Himachal Cloudburst: मानसून ने शुरुआत में ही हिमाचल प्रदेश में प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। बुधवार को बादल फटने, भारी वर्षा और पत्थर गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई जबकि कई बह गए। दो लोगों की मौत कांगड़ा और एक की चंबा में हुई। कांगड़ा जिले के धर्मशाला के साथ सटे खनियारा में मनूनी खड्ड में आई बाढ़ से निर्माणाधीन इंदिरा प्रियदर्शिनी जलविद्युत परियोजना में काम करने वाले 20 के करीब मजदूरों के बहने की आशंका है।

आपको बता दे कि जम्मू-कश्मीर के रहने वाले दो लोगों के शव मिले हैं। बताया जा रहा है कि खड्ड में अवैज्ञानिक तरीके से मलबे की डंपिंग की गई थी। मजदूरों के शेड भी खड्ड के मुहाने पर बने थे, जिससे अधिक नुकसान हुआ। उधर, कुल्लू जिले में चार स्थानों पर बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है और तीन लोग बह गए। चंबा के डलहौजी में बोंखरी मोड़-नगाली मार्ग पर वर्षा के कारण पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों से बचने के प्रयास में कार अनियंत्रित होकर खाई में गिरने से पंचायत सचिव मनोज की मौत हो गई।
हवाई उड़ानों पर भी पड़ा मौसम का प्रभाव
प्रतिकूल मौसम का प्रभाव कुल्लू, कांगड़ा व शिमला जिले में हवाई उड़ानों पर भी पड़ा। खनियारा में जलविद्युत परियोजना में वर्षा के कारण काम नहीं हो रहा था। यहां रह रहे करीब 280 मजदूर शेडों में व खड्ड के आसपास ही थे। इस बीच मनूनी खड्ड व नाले का बहाव मजदूरों के शेडों की तरफ हो गया। बहे ज्यादातर मजदूर जम्मू-कश्मीर के रहने वाले बताए गए हैं। प्रशासन, स्थानीय लोग और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।

कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा और पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि यहां करीब 280 मजदूर रह रहे थे। इनमें से करीब 220 मजदूर सुरक्षित हैं। नगूणी से करीब 40 लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा था। कितने लोग बहे हैं, इसका पता लगाने के लिए टीमें जुटी हैं। दो मजदूरों के शव मनूनी खड्ड में अलग-अलग जगह मिले हैं। धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर मनूनी खड्ड में 15 से 20 मजदूरों के बहने की आशंका जताई है। लिखा है कि दुख की घड़ी में वह पीड़ित परिवारों के साथ हैं।
वहीं, कुल्लू जिले में चार जगह सैंज, बंजार, गड़सा व मनाली में बादल फटने के कारण आई बाढ़ की चपेट में तीन लोग बह गए, जबकि दो वाहन, एक पुल, चार मकान, एक पशुशाला व एक अस्थायी दुकान क्षतिग्रस्त हो गई। बादल फटने से मनाली के अटल टनल मार्ग पर स्नो गैलरी के पास बाढ़ आ गई। बंजार के हुरनगाड क्षेत्र में बाढ़ से बंजार-बठाहर सड़क पर बना छोटा पुल तथा वाहन बह गया। चैहणी में कृषि भूमि को भी नुकसान पहुंचा है।
मणिकर्ण घाटी के ब्रह्मगंगा नाले में 12 से अधिक वाहन फंसे
सैंज बाजार रोड क्षतिग्रस्त हुआ है तथा जीप बह गई। सियूंड मार्ग पर बनी अस्थायी दुकान बह गई। सैंज घाटी के रैला बिहाल क्षेत्र में बादल फटने से चार मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस घटना में तीन लोगों के बहने की सूचना है। बाढ़ आने पर मकान से सामान निकालते समय नंद राम, पुत्री यान दासी व रिश्तेदार मूर्ति देवी बह गए। जीवानाला में एक मेगावाट का बिजली प्रोजेक्ट पानी की चपेट में आया। मणिकर्ण घाटी के ब्रह्मगंगा नाले में बाढ़ से 12 से अधिक वाहन फंस गए।
बता दे कि बंजार में कार्यक्रमों में शामिल होने आए कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार व तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी का रास्ता भारी वर्षा ने रोक दिया। चंद्र कुमार बंजार में रुके हैं जबकि राजेश धर्माणी विश्व धरोहर उत्सव-2025 में शामिल नहीं हो पाए। लाहुल स्पीति जिले में जाहलमा नाले में बाढ़ से चंद्रभागा का जलस्तर बढ़ गया है। नदी पर बनी कृत्रिम झील से पानी निकलना शुरू हो गया है, जिससे निचले क्षेत्रों में जलभराव व भूमि कटाव का खतरा बढ़ गया है। जसरथ गांव को जोड़ने वाला झूला पुल बह गया है।
आज सात जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन व ऊना जिलों में कुछ स्थानों पर अति भारी वर्षा की चेतावनी दी है। भूस्खलन से बिजली, पानी और अन्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। मौसम विभाग व प्रशासन ने लोगों को नदी व नालों के समीप और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी है। पुलिस विभाग ने भी कहा है कि लोग अनावश्यक यात्रा से बचें।