विधानसभा में हासिल किया नीतीश सरकार ने विश्वास मत, बीजेपी हुई आउट
बिहार में महागठबंधन की नई सरकार आज विधानमंडल के विशेष सत्र के दौरान विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की इस गठबंधन सरकार को 164 विधायकों का समर्थन प्राप्त हुआ है। जबकि, विपक्ष के पास भारतीय जनता पार्टी के केवल 76 विधायक ही हैं। इसके पहले विधानसभा के सत्र के दौरान स्पीकर विजय सिन्हा ने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने पदभार संभाल लिया है। महागठबंधन की सरकार में अवध बिहारी चौधरी नए स्पीकर होंगे।
विधानसभा दो बजे तक स्थगित किए जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोपहर 12.30 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई। इसके बाद सदन का सत्र शुरू होने पर मुख्यमंत्री के विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा हुई। नीतीश ने बीजेपी से पूछा की- आजादी की लडाई में कहां थे? बोले- ये बापू को भी खत्म करेंगे। समाज मे टकराव कराना इनका ही काम है। मेरे कारण गया में बीजेपी को मजबूती मिली, आज ये गया के बारे में क्या क्या बोल रहे हैं? ये धीरे-धीरे सब कुछ खत्म कर रहे हैं। राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति चुनाव में इनको मदद की। कहा कि बिहार में सब लोग मिलकर चलेंगे। मिलकर एक-एक काम करेंगे।
नीतीश के संबोधन के दौरान बीजेपी का वाकआउट हुआ। नीतीश बोले- ऊपर से कहा गया होगा, इसीलिए भाग रहे हैं। नीतीश कुमार ने नितिन नवीन से कहा- मेरे खिलाफ बोलो तभी केंद्र आगे बढ़ाएगा। कहा बच्चे हो जान लो जरा। आरसीपी को लेकर भी हमला किया गया। बचौल की टोकाटोकी पर कहा की- आप से कुछ कह रहे हैं? हम तो दिल्ली से कह रहे हैं। सीएम नीतीश बोले- एनडीए की सरकार में केवल दो पुराने लोगों को फिर मंत्री बनाया। सुशील मोदी को डिप्टी सीएम नहीं बनाया। पटना विवि को सेंट्रल युनिवर्सिटी बनाने की बात नहीं मानी।