अक्सर तनाव या गुस्से में लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है। कई लोग हाई बीपी की समस्या को नजरअंदाज भी कर देते हैं। डॉक्टरों की माने तो हाई बीपी से हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है। ज्यादातर लोगों को यह तो पता होता है कि बीपी लो होने पर चीनी नमक का घोल लेना चाहिए या तुरंत कुछ मीठा खा लेना चाहिए। लेकिन हाई बीपी होने पर ऐसा क्या करें कि मरीज की स्थिति जल्दी सामान्य हो जाए और हार्ट अटैक का खतरा भी कम हो जाए।
हाई बीपी होने पर सिर घूमना या चक्कर आना, धड़कनें बढ़ना, सांस लेने में समस्या, सिरदर्द, नाक से खून आना, सीने में दर्द या धुंधला दिखने लगता है। कुछ लोगों को यूरिन में ब्लड भी आ जाता है। जरूरी नहीं है कि ये सभी लक्षण सभी लोगों में एक साथ नजर आएं। आमतौर पर इनमें से कोई दो या तीन लक्षण एक साथ नजर आ सकते हैं। हाई बीपी होने पर बचाव के बहुत से उपाय है।
हाई बीपी होने पर सबसे पहला काम यह करें कि भीड़ से तुरंत अलग हट जाएं, क्योंकि जब बीपी हाई होता है तो भीड़ के कारण घबराहट और बढ़ सकती है। साथ ही लोगों की आवाज और ट्रैफिक इत्यादि का शोर ब्रेन पर अतिरिक्त प्रेशर डालता है, जो हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थितियों के कारक बनते हैं।
ताजी और खुली हवा में बैठे या लेट जाएं। एसी या फैन ऑन कर लें और गहरी सांस लें। अपना ध्यान सभी चीजों से हटाकर सिर्फ अपनी सांस पर केंद्रित करने का प्रयास करें। ध्यान रखें कि गहरी सांस लेते समय नाक से सांस भरें और मुंह से निकालें। ऐसा करने से आपको तनाव मुक्त होने और ब्रीदिंग को नॉर्मल करने में मदद मिलेगी और शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ेगा इससे हार्ट बीट और ब्लड फ्लो जल्दी कंट्रोल होंगे।
यदि आप पहले से हाई बीपी की दवा ले रहे हैं तो उस दवा का सेवन करें। यदि पहली बार इस तरह की समस्या हुई है या अभी तक आपने इस बीमारी का इलाज शुरू नहीं किया है तो अब आप शांति के साथ कम से कम आधा घंटे के लिए लेट जाएं। इसके बाद बिना नमक और चीनी की छाछ पिएं, फीका और ठंडा दूध पिएं या फिर नारियल पानी पिएं और इसके बाद जाकर तुरंत डॉक्टर को जरूर दिखाएं।