छापेमारी के कारण विधानसभा में भड़के मनीष सिसोदिया, सुनाई रेड वाले दिन की पूरी कहानी, कब कैसे और क्या-क्या हुआ
दिल्ली में नई शराब नीति को लेकर हुए घोटाले में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को आरोपी बनाया गया है। सीबीआई की छापेमारी के बाद उन पर 3 केस भी दर्ज किए गए है। जिस पर मनीष सिसोदिया ने दिल्ली विधानसभा में अपना बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने खुद पर किए गए एफआईआर को पूरी तरह से फर्जी बताया है। इस दौरान उन्होंने रेड की सुबह से लेकर अब तक क्या-क्या हुआ सब कुछ बताया।
मनीष सिसोदिया ने सदन के अंदर अपने संबोधन में कहा कि मैंने अपने उपर हुए एफआईआर को पढ़ा है, यह पूरी तरह फर्जी है। सिसोदिया ने आगे कहा कि मैं पहली बार देख रहा हूं कि जांच एंजेसी ने सूत्रों के हवाले के आधार पर पूरी एफआईआर लिखी है। मैंने भी पत्रकारिता की है, लेकिन पहली बार देख रहा हूँ कि सूत्रों के हवाले से एफआईआर लिखी गई है। उन्होंने कहा कि मैं ईमानदारी से काम करता आया हूं और कभी भी एक पैसे की बेइमानी नहीं की है। एक नहीं हजारों रेड और कर लो, मेरे पास कुछ नहीं निकलने वाला।
गुरुवार को दिल्ली विधानसभा में मनीष सिसोदिया ने सदन को बताया कि रेड के दिन वह मंदिर जाने के लिए तैयार थे। इस बीच किसी ने मुझे न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार की कटिंग व्हाट्सएप पर भेजी, जिसमें दिल्ली स्कूल मॉडल की अच्छी खबर छपी हुई थी। इस दौरान सिसोदिया ने सदन में न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी दो तस्वीर भी दिखाई। एक में दिल्ली के शिक्षा मॉडल की तस्वीर थी और दूसरा कोरोना काल के दौरान की थी। उन्होंने आगे कहा कि सीबीआई अधिकारी अच्छे थे, बस गलत लोगों के भेजे हुए थे।